अध्यात्म का अर्थ है अपने भीतर के चेतन तत्व को जानना,मनना और दर्शन करना अर्थात अपने आप के बारे में जानना या आत्मप्रज्ञ होना |गीता के आठवें अध्याय में अपने स्वरुप अर्थात जीवात्मा को अध्यात्म कहा गया है | "परमं स्वभावोऽध्यात्ममुच्यते "|
आत्मा परमात्मा का अंश है यह तो सर्विविदित है | जब इस...
"अहंकार (EGO) :
"श्री देवकीनंदन शान्त ' , महासचिव, बुन्देलखण्ड सहयोग परिषद्, लखनऊ" द्वारा प्रस्तुत कथन के अनुसार :
एक या डेढ़ वर्ष तक के बालक में नैसर्गिकता विद्यमान रहती है तब तक उनमें किसी भी प्रकार का अहंकार (EGO) नाम का तत्व नहीं होता जैसे कि अन्य जानवरों, पशु-पक्षियों इत्यादि...